@_माँ _@ दासता से बड़ी जंजीर नहीं होती है, जिगर से बढ़कर कोई पीर नहीं होती है। कोई भगवान् हो रहमान या सुल्तान कोई माँ से बढ़कर कोई तस्वीर नहीं होती है।। ##माँ # #Jogi, #sir..