अकेली रातों में तेरी यादों का सहारा है। मेरे हर एक ज़ख़्म पर मरहम तुम्हारा है।। और कितनी मुद्दतों के बाद तेरे जैसा यार पाया है, सैकड़ों मील दूर है, फिर भी सिर्फ हमारा है।। जब याद करता हूं उसको परेशानी में, तो दूर होकर भी पास आ जाता है ऊपरवाले ने बनाया कुछ ऐसा रिश्ता उसका और हमारा है। ©Naimuddin akeli raato mein . #YOU&I