White ना जाने क्यों शहर को गांव के खेत नजर आ रहे हैं देता है दुहाई पेड़ों के काटे जाने पर जैसे जैसे गर्मी के मंजर आ रहे हैं खुद के बंगले आलीशान आंगन में छांव की निशानी नहीं है हमारे तालाबों की गंदगी पर भाषण खुद के घरों में पानी नहीं है ©khanpuri write #lonely_quotes