दर्द से ताल्लुक हो गया इतना कि अब कुछ भी हो जाये मुस्कुराना तो आदत सी हो गई है आँखों के ख़्वाब टूटे, बिखरे इतने कि आँखों को सुकूँ से मूँदना भी एक मुद्दत सी हो गई है...!! अंजली श्रीवास्तव #कवितायें