ऊँच-नीच का भेद न माने, हम बस इंसानीयत को ही माने। हर धर्म ने किया इसकाअनुकरण हम इसे ही अपना मजहब माने। सबके लिए,लिए फिरते है प्यार सबकी तकलीफ को अपनी माने। एक ही ईश्वर की हम सभी संताने बस भाई भाई का रिश्ता पहचाने। #हम सब एक हैं