ना साया नज़र आया, ना शहर नज़र आया। अब थक गए पाँव तो घर याद आया।। نا سایہ نضر آیا، نا شہر نضر آیا. اب تھک گئے پاؤں تو گھر یاد آیا.. यूँ तो बहुत किए सफ़र तेरे बिन, अब है इक आश सी अब हो मंज़िल तू मेरी। #zindagi #irfanblackheart #yaadein #mahabbat #aankhein