चाहत बन कर आओ तुम और मेरी जिंदगी की राहत बन जाओ तुम, जिंदगी को तेरा इंतज़ार है तुमको ही ये इंतजार खत्म करने आना है। कभी बादल बन कर आओ तुम और कभी बारिश बन जाओ तुम, जीवन भर तुमको ही मेरे पतझड़ के मौसम को बसंत बहार बनाना है। कभी नदियाँ बन कर आओ तुम और कभी सागर बन जाओ तुम, जीवन भर तुमको ही प्यार के सागर में हमारे साथ गोते लगाना है। ♥️ Challenge-678 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।