एक दिया तुम जलाओ, एक दिया हम जलाएं। जग में फैले अंधियारे को, आओं मिलकर के मिटाएं। जीवन विपदा से टूटा कोई, संग अपनो से छूटा कोई। हाथ बढा थाम उसे फिर, उसको अपने संग में लाएं। एक दिया तुम जलाओ, एक दिया हम जलाएं। दिखता जो है अपने जैसा, फिर वो क्यों ना हो अपना। जात पात का भेद ना जाने, सबको अपने गले लगाए। एक दिया तुम जलाओ, एक दिया हम जलाएं। धन माया तो प्रलोभन है, क्या तेरा मेरा बांट दिया। जाना सब ने एक राह पर, क्यों अपना अपना राग लगाए। एक दिया तुम जलाओ, एक दिया हम जलाएं। दुनिया के शोर से डरती, जाने कितनी आवाजे गुम है। चुप रहकर क्या है जीवन, आओ मिलकर आवाज उठाए। एक दिया तुम जलाओ, एक दिया हम जलाएं। आप सभी साथियों को सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं #दीपावली #दिवाली #diwali #lights #inspiration #diwalimessage #kavita #tarunvijभारतीय