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मेरे लफ्ज़ों को एक आवाज़ दो ना। मेरे नज़्म मेरे गी

मेरे लफ्ज़ों को एक आवाज़ दो ना।
मेरे नज़्म मेरे गीतों कोइ साज दो ना।
बहुत ही तन्हा, नीरव हो गया हूं मैं...
सूर छेड़ अपनी, गज़ल कर दो ना।

©vivek kumar
  #lobeyouforever #मेहबूब