उसकी यादें आज भी मुझे बहुत आती है । आंखें बंद करते ही एक झलक सी आती है । यह सांसे अब तो ख्वाबों में भी रुक सी जाती है । मैं सोचता हूं तुझे तो ग़म-ए-दर्द की तकलीफ बढ़ सी जाती है। ©Gorakhpur Zamzam #akelapan #poetrymonth #amroha #amirkhan #Bareilly #China #Duniya #Love #Shayari #Poetry