दिल से निभाई चीजें कौन भूलता है,,,यह तो दिमागी साजिशें है ,,,,जो भुला देती है कुछ वक्त के लिए है,,,,
कौन जाए बहकावे में उसके
हम तो दिल के अरमानों में बहेंगे,,,,,,
यह ठंडी ठंडी हवा भी वादियों में,,,प्रेम एहसास घोलती है,,,
उसके होने के ख्याल से ही छेड़ देती हैं,,,रह-रहकर याद आ जाती है फिर उसकी,,,,,,,
#मोहब्बत_का_सफ़र