आकर्षण से प्रस्फुटित परस्पर प्रेम 'क्षणभंगुर आकर्षण' के समाप्त होने से समाप्त हो जाता है, परन्तु परस्पर आत्मिक प्रेम 'अच्छाई-बुराई से परे' जन्म-जन्मांतर आपके साथ-साथ चलता है! आकर्षण से प्रस्फुटित परस्पर प्रेम 'क्षणभंगुर आकर्षण' के समाप्त होने से समाप्त हो जाता है, परन्तु परस्पर आत्मिक प्रेम 'अच्छे-बुरे से परे' जन्म-जन्मांतर आपके साथ-साथ चलता है! -'नसर' #yqdidi