बातों को व्यक्तिगत लेना जो लोग हर बात को व्यक्तिगत तौर पर लेते हैं, वे असंतोष में जीते हैं। देखिये इस बात से कोई प्रभाव नहीं पड़ता कि आपकी आलोचना की जा रही है या प्रशंसा। लोगों की बातों को सुने पर उन्हें व्यक्तिगत तौर पर न लें और उन बातों का उपयोग प्रतिक्रिया के रूप में करें बल्कि समय आने पर अपनी शक्ति के रूप में करें। tehzibasheikhnozato