अब की बार आओ तो फिर न जाना तूम । यूं ही पहलूओं में बैठ, वक्त बिताना तूम । कह लूंगा मैं अनकही ढ़ेर सी बातें । कुछ मेरी सुन ना, कुछ अपनी सुनाना तूम ।। के अबकी बार आओ तो फिर न जाना तूम ।। सहेजे है मैने, हजा़र खत तेरे नाम के । दिख जाएगे तुझे, ढलते ही शाम के । जुगनूओं की रौशनी में झलकेगी तन्हाई मेरी । तूझ बिन कैसा हूँ, बताएगी रुस्वाई मेरी । हटा कर पर्दे खिड़कियों से, भीनी चांदनी लाना तूम । के अबकी बार आओ तो फिर न जाना तूम ।। ...तो फिर न जाना तूम ।।।। #yqbaba! #hindi, #jana #pahlu