#बेचैनकलम ............ ✒✒ बारिश़ तब भी हो रही थी भीग चुका था मैं तुम भीग चुकी थी डायरी भीग चुके थे पन्ने और भीग चुकी थी कविता बारिश़ अब भी हो रही है तुम भीग रही हो कविता में मैं भीग रहा भीग चुकी थी हूँ तुम में और बारिश़ भीग रही है हम में . बारिश