लोभ में पड़ा हुआ मनुष्य धर्म को छोड़कर अधर्म को अपना लेता है और वह अधर्म में इस तरह लिप्त हो जाता है कि उसे कुछ नहीं दिखाई देता है। ©S Talks with Shubham Kumar लोभ #together