बचपन की यादें भी ना कितने सुहाने होते थे रोज दोस्तों से मिलने के स्कूल ही बहाने होते थे लंच होते ही सारे खाने में लूट मच जाते थे यादों की खज़ानों में रोज एक नये रंग भर जाते थे #bachpan #yaadein #dosti #friends #forever