शिक्षक दिवस मैं युवा कवि विमल कुमार प्रजापति अपने सभी गुरुजनों के चरणों में सादर चरण स्पर्श करता हूं यहां सभी गुरुजनों का मतलब है कि जिससे हमने कुछ सीखा है वह हर व्यक्ति गुरु है इसलिए आज मैं 5 सितंबर 2021 (शिक्षक दिवस) पर कुछ पंक्तियां प्रस्तुत करता हूं कि---- बंद कमरे में गुरु ने दीपक जला दिया क्या सही है क्या गलत है इतना ज्ञान बता दिया मानता हूं कि इस वक्त वह मेरे पास नहीं है लेकिन मेरी चाही हुई मंजिल को मुझसे मिला दिया। Happy teacher's day. ©Yuva kavi vimal kumar prajapati हैप्पी टीचर्स डे #Teachersday