तेरे मेरे दरमियाँ दूरी ना रहे कोई एक दूजे के बाहों में खोए छाए रहे मदहोशी। दूरी ना रहे कोई दिल में फासले ना हों नज़दीकियांँ बेकार हैं गर दिल में जगह ना हो। तुम दिल के क़रीब हो मुझे दूरियों का एहसास नहीं होता पास रह कर भी कोई रिश्ता ख़ास नहीं होता। दूरी ना रहे कोई दिल में इतना तेरे दिल में मैं प्यार भर दूंँ मिटाकर हर फासले ज़िन्दगी अब बस तेरे नाम कर दूंँ। चांँद सितारे फलक ज़मीं पर उतार दूंँ इन सबसे तेरी सारी खुशियों से दामन भर दूंँ। ♥️ Challenge-940 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।