हर बार वो चेहरा कैसे पहचान बढ़ाऊ बाहर है कड़ा पहरा अक्सर भीड़ मे निकलते हैँ वो सुबह शाम या हो दुपहरा पेड़ों के पीछे से झंका था कैसे भूलू वो सुंदर चेहरा केशु गालों पर थे कोमल रंग बालों का बिल्कुल सुनेहरा कैसे भूलू वो चेहरा कैसे भूलू वो चेहरा जाना पहचाना लगता है... #जानापहचाना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi