आवरा सपनें घूम रहे आवरा सपनें इन्हें हम बांधे कैसे सोते नहीं ये रातों में इन्हें हम सुलायें कैसे सपनों का क्या, एक पूरा होता नहीं दूजा तैयार हो जाता है कैसे हो पूरे हों सपनें देश की बेरोजगारी में जब कोई रोजगार मिलता नहीं #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #kkआवारासपने