क़द्र का मोहताज नहीं होता है इश्क। कद्र करो प्रियवर की,आता नहीं अश्क। भद्र बनकर खुशियां चाहो,होगा नहीं रश्क। अभद्र व्यक्तित्व से दूरी रखो,रहेगी ना कश्क।। नमस्कार लेखकों! ❤️ आज #dnd_शामएनज़्म में आपको उपर्युक्त शब्द "क़द्र" का प्रयोग करते हुए शायरी/गज़ल/नज़्म/शेर या आपकी पसंद की किसी भी विधा पर रचना पूरी करनी है। dndपरचम के अंतर्गत सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले लेखक हैं- Pushp Lata Manpreet Singh Yashoda Devrani Jadli