खुदखशी का भी हक़ नहीं.. देख मेरा नसीब तु। जिने का बहाना बता .. या मौत की तरकीब तू। शौकिन था रग काले का .. कर्म भी काले लिखा लिए। सजा होगी जिंदगी या.. हो सके तै जमानत करा दिए। ©Ashin Kalet #Ashinkalet #Haryana #MereKhayaal #anabhi4871