हे उम्मीद तुझसे, सब कुछ मेरी, बिखरें दामन के अल्फ़ाज़ सारे तुझसे उमंग, शीतल,पावन, जल,अमृत, धरा,रजकण, तुमसे,तपती, धूप सूरज की किरणें बनती ज्वाल धरा उन्मुक्त तुझसे..!! हार्दिक महाजन ©Hardik Mahajan #WinterSunset #poetry #love #life #merikalamse✍️✍️ #hardikmahajan