my first creation because of friends force to make any poem #परायागांव मिलता मैं हर किसी से हर बार ये लगता नया सा है, ना जाने क्यों ये गांव मुझे लगता पराया सा है । ना मेरा जन्म हुआ वहा ना मेरा बचपन बीता है वहा, ना में उसे जानता ना वो मुझे पहचानता है, फिर भी ना जाने क्यों वो कहलाता मेरा है,