मईया मेरी तू ही ज्ञान स्तोत्र तू ही मेरा संसार।। सह कर प्रसव पीड़ा दीया जीने का अधिकार।। वात्सल्य सुख देवता भी अधीन अमृत दुग्ध को।। नमन तेरे चरणों में खोलें जन्नत के दरवाज़े को।। भविष्य की चिंता नहीं जब तक कलम हाथ तेरे।। ठंडी छांव में रखा हमेशा हरदम रहें ममता के घेरे।। ♥️ Challenge-563 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ Happy Mother's Day ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।