एक दिन अपनी कक्षा के श्याम पट में,गुरु जी की तस्वीर बनाई।तरह तरह के सौंदर्य प्रसाधन से उनको खूब सजाई।तब तक सारे बच्चों ने इक आवाज लगाई।ठीक सामने गुरुजी पड़े दिखाई।फिर क्या, दिन भर मैंने ऊठक बैठक खूब लगाई। गुरु जी की तस्वीर..