फागुन के महीने में जब होली का मदमस्त त्यौहार आयो रे, पुलकित होकर मन झूमें नाचे प्रीतम के रंग में रंग जायो रे। रंग बिरंगी रंगों से भरी पिचकारी और गुलाल संग में लेकर, रंगों से सराबोर करने म्हारा प्यारा अलबेला सजन आयो रे। 🌝प्रतियोगिता- 181🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"अलबेला सजन आयो रे"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I