ज़र्रा ज़र्रा जो लम्हा ये बीत जाता है, कब कौन इन लम्हों को पकड़ पाता है। नहीं पता पल में मुरशिद कौन मुरीद बने, हर लम्हे में क़िस्मत का खेल बिगड़ जाता है|| 'Kiran' #NojotoQuote #zarra #lamha #murshid #murid #kismat #khel