Nojoto: Largest Storytelling Platform

अस्मत नहीं अर्जुन नहीं माधव, नहीं अब राम आएंगे, त

अस्मत

नहीं अर्जुन नहीं माधव, नहीं अब राम आएंगे,
तुम्हें खुद को बचाना है, न कोई काम आएंगे।
अगर अस्मत बचानी है, जमाने के दरिंदों से-
बनो चण्डी बनो काली, कभी ना पास आएंगे।।
©पंकज प्रियम मुक्तक
अस्मत

नहीं अर्जुन नहीं माधव, नहीं अब राम आएंगे,
तुम्हें खुद को बचाना है, न कोई काम आएंगे।
अगर अस्मत बचानी है, जमाने के दरिंदों से-
बनो चण्डी बनो काली, कभी ना पास आएंगे।।
©पंकज प्रियम मुक्तक