Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज मेरो बेज़ुबानी को आवाज़ मिल गये, आँसुओ को बहने के

आज मेरो बेज़ुबानी को आवाज़ मिल गये,
आँसुओ को बहने के जज़्बात मिल गये,
जाने से तेरे मनो जीने की वजह ही बेवजह हो चली थी मनो,
सच कहूं तो आज मेरी ख़ामोशी को अल्फ़ाज़ मिल गये।।
आज मेरो बेज़ुबानी को आवाज़ मिल गये,
आँसुओ को बहने के जज़्बात मिल गये,
जाने से तेरे मनो जीने की वजह ही बेवजह हो चली थी मनो,
सच कहूं तो आज मेरी ख़ामोशी को अल्फ़ाज़ मिल गये।।