ये दिल्लगी की बातें हमसे ना कीजिए। चाहता हूँ अब आप रहने ही दीजीए । बहुत देखी है ये दुनिया बहूत कुछ में सुन चुका। बहूत कुछ कहती ये दुनिया कहने ही दीजिए।। subhash