बरसों बाद तूने हाल पूछा मेरा, धडकनें युंह उछली,दिल फिर टूटा मेरा, हमनें तो मुँह ना लगाया था इश्क, यह तो युंही हो गया, कोई तरकीब है तेरी तो बता दे, कहीं फिर ना हो जाए दिल झूठा मेरा । क्या हसरत है तेरी,क्या हरकत है मेरी, क्या नीयत है तेरी,देख क्या सूरत है मेरी, तू तो हाल पूछ कर फिर निकल जाएगी, तू तो सवाल उठा कर फिर चली जाएगी, तेरे जाने के बाद फिर सवाल उठेंगे, क्या सीरत है तेरी,क्या तबीयत है मेरी? खुद सोच तेरे बिन हाल क्या होगा आशिक का, सब मालूम तो है तुझे,सवाल कुछ पूछ वाजिब सा, आँसूं दर्द तन्हाई,इन रोगों से कैसे पीछा छुडाऊं, हकीम भी खुद रोगदार था इश्क का,उसका क्या रोजगार बडाऊं? होश अपना ना रहा युंह तेरे काजल ने किया काला जादू, ना तोना चला ना टोटका,ना असर हुआ ताबीज का ।। Many years later... With smiling face,she asked me, " how are you ? " With crying face,i replied, " who are you ? " -RatNam