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वो बचपन की यादें,कुछ पल के लिए याद आ गए । वो दोस्त

वो बचपन की यादें,कुछ पल के लिए याद आ गए ।
वो दोस्तों के साथ कुस्ती ,कागज की नौका,
वन की टहनियों पर बंदरियां कूद कूदना,
माँ का दुलार पिता का प्यार भरा चांटा,
फिर वो बचपन की यादें,कुच पल के लिए याद आ गए
written by _____#self# #wobachapan ki yaaadee....
वो बचपन की यादें,कुछ पल के लिए याद आ गए ।
वो दोस्तों के साथ कुस्ती ,कागज की नौका,
वन की टहनियों पर बंदरियां कूद कूदना,
माँ का दुलार पिता का प्यार भरा चांटा,
फिर वो बचपन की यादें,कुच पल के लिए याद आ गए
written by _____#self# #wobachapan ki yaaadee....

#wobachapan ki yaaadee.... #Poetry