एक तस्वीर है मेरे पास जो अक्सर मुझसे कुछ बोलती है। न जाने कितने अनकहे राज़ जो सीने में दफ्न हैं खोलती है। मुझसे कहती है क्यों खामोश रह गए तुम कुछ कहा क्यों नहीं, उसकी खामोश नज़रें मेरे गुरुर को मेरी मजबूरियों को तौलती है। हिसाम 28/05/2021 ©Hisamuddeen Khan 'hisam' #AdhureVakya#shayari#dardbharishayari#dilkadard#nojoto#nojotohindi#terikami# Priya dubey