जीवन में अपने बारे में गंभीरता से सोंचना। क्योंकी जो परवाह खुद की न कर सका वो औरों की क्या खाक करेगा? मिला जन्म हमें भी एक ही बार है, तो क्यों उसे नष्ट करे,दूसरों की चिंता करके? कुछ राहत खुद को भी दिलाएँगे हम, इस जिंदगी की जंग से लड़ते-लड़ते। सुप्रभात। अब ज़रूरी हो गया है कि अपने जीवन की बागडोर अपने हाथों में ले ली जाए। #ज़रूरीहोगयाहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi