मैंने कुछ कहना चाहा पर फिर लगा जो जान सकता है उनको शब्दों की जरूरत नहीं होती और जो समझ ही नहीं सकते उनके लिए शब्दों का महत्त्व नहीं होता और फिर मैंने कुछ नहीं कहा © Bhati ख़ामोशी एक आवाज़ है