सत्य वचन शैले शैले न माणिक्यं। मौक्तिकं न गजे गजे॥ साधवाः न हि सर्वत्रं। चन्दनं न वने वने ॥ आर्थ- वास्तव में इस संसार में अच्छे लोग या वस्तुएँ कहीं-कही और बहुत कम मिलते है । ©poetdiary07 शैले शैले न माणिक्यं। मौक्तिकं न गजे गजे॥ साधवाः न हि सर्वत्रं। चन्दनं न वने वने ॥ आर्थ- वास्तव में इस संसार में अच्छे लोग या वस्तुएँ कहीं कही और बहुत कम मिलते है । Ramveer Chandra