ऐ वक़्त ठहर जा थोड़ा, मैं अरसे बाद गांव आया हूँ, मिल लेने दे मुझे, उस मिट्टी और पत्थरों से, बचपन मे मकां बनाये थे जिनसे, और उन पथरीली राहों से, कई बार चोट लगायीं थी जिनसे, ऐ वक़्त ठहर जा थोड़ा, मैं अरसे बाद गांव आया हूं, ले लेने दे मुझे मिट्टी की उस खुशबू को और हवाओं की ताजगी को, मैं अरसे बाद गांव आया हूं।। मेरी कुछ यादें... #nojoto#yaadein#ganv#ki#apne#best#part#of#life