आदत है मुझे ख़ुद के दर्द भुलाकर, दूसरो के दर्द में हमदर्द बनने की। आदत है मुझे हर किसी को अपना समझ कर, उस कीमती रिश्ते को निभाने की। आदत है मुझे बार बार मौका देकर, हर किसी को गलतियां कर ने देने की। आदत है मुझे गुस्सा करने की, नाराज़ होने की, और आख़िर में हंस कर मान जाने की। हां!! आदत है मुझे खुद के दर्द भूलकर, दूसरो के दर्द में हमदर्द बनने की। Aadat hai mujhe Likhne ki par bina padhe likes Or nasamjho ko bhi apne words Sunake befaltu time waste krne ki??🙄 . . . Ha ha ap sabko hi keh rahi hun!!!