वो पुर्सिश-ऐ-ग़म को आये हैं कुछ कह न सकूँ चुप रह न सकूँ, ख़ामोश रहूँ तो मुश्किल है कह दूँ तो शिकायत होती है.. ©Diwana Radhey Ka Basane Bale kya karein...?