बारिशों की बूँदों ठहरों ज़रा, मुझको भी मेरा महबूब याद आने दों, करके गया जो क़समें वादें, मुझकों तुम निभाने दों, जमके बरसों आज मुझ पर, बहने दों अश्क़ों को और उसे भूल जाने दो। ©surmayeeshayar #season #surmayeeshayar #barish #Bhulane #Love