आग बहती है यहां गंगा में झेलम में भी, कोई बतलाए कहां जा के नहाया जाए । मेरे प्यार का ख़ून हुआ, क्यूं न ये समझने के लिए हर अंधेरे को उजाले में बुलाया जाए।।।। ©Black heart Black heart 🖤 #Books