अब जो भी हूं शुक्र है तुझसे बिछड़ के हूं अब हर ज़र्रा मुक़ाबिल है तेरे हिज्र से हम-साया था साया तेरा मुझपे अब तेरा साया भी तगाफुल है मुझसे #तगाफुल