डियर पिंपल... माय डियर पिंपल, तुम इस बार भी बिन बताए आ गए और तुम्हारी आवभगत मैं हमेशा की तरह ही एंटी पिंपल फेस वॉश और एंटी पिंपल क्रीम से कर रही हूँ... और तुम आते भी तो अकेले नहीं हो अपने साथ साथ अपने दोस्त ब्लैकहेड्स, रेड रैशेज ,पस ,स्पॉट्स और पता नहीं क्या क्या ले आते हो ।तुम ना मेरे मुसीबतों के साथी हो "उन दिनों के दर्द " के साथ तुम्हारा आना भी शुरू हो जाता है..तुम्हें पता है 'डियर' क्यों कहा मैंने डियर माने प्यारा/प्रिय और तुम जो मेरे साथ हमेशा रहते हो तुमसे प्यारा भी भला कोई होगा क्या... किशोरावस्था की ओर बढ़ते मेरे कदमों पर तुमने ही सबसे पहले मेरा हाथ थामा कभी नाक के ठीक बगल में तो कभी डिंपल के गड्ढों में ; पूरे चेहरे पर तुम्हारा अधिपत्य है... मेरा पूरा चेहरा तुम्हारी कर्मस्थली रहा है जहाँ चाहे जब चाहे तुम्हारा मन करता है स्थानांतरण कर देते हो.. कभी-कभी तो उछल कूद कर सीधे माथे पर चले जाते हो मानो वहाँ से सबको अभिवादन कर रहे हो...और सब को देख देखकर मेरे चेहरे की ओर ध्यान आकर्षित करते रहते हो...इस बात पर मुझे तुमसे कोई रंजिश नहीं बल्कि मैं तो "पू" से भी ज्यादा पॉपुलर हो गई हूँ मुड़-मुड़ कर सब मुझे ही देख रहे हैं..एक बात जो तुम्हारे बारे में भ्रांति की तरह फैली हुई है वह यह कि तुम कट्टर नारीवादी हो ऐसा तो नहीं तुमने लड़कों की तरफ भी बराबर ध्यान दिया है दोनों को ही तुम्हारा बराबर प्यार मिलता है...खैर..मजे है तुम्हारे..तुम ना कोई विपक्ष हो ना ही सत्ताधारी तुम तो छोटे-मोटे दलों की तरह हो जिसको विपक्ष और सत्ताधारी दोनों ही पार्टियाँ समान सम्मान देती है जिधर को सरक जाए और उधर सरकार बन जाए... तुम्हारे कारण लोग कितनी बार चेहरा धो देते हैं कि सच में एक दिन उनका असल चेहरा नज़र आने लगेगा हल्दी, गुलाब जल ,बेसन ,उबटन जाने क्या क्या जतन किए जाते हैं तुम्हें भगाने के लिए पर तुम्हें भगाना ही क्यों है इतने बुरे भी तो नहीं तुम ।तुम्हारे होने से कम से कम मेरे पास जो दोस्त है मुझे तसल्ली है कि वह अच्छे हैं और सिर्फ चेहरे पर नहीं मरा करते। हाँ कभी-कभी तुम से तकलीफ़ हो जाया करती है जब लड़कियों के गुलाबी गालों को सपाट देखती हूँ... पर फिर भी इस बात का तो गर्व है कि तुम्हें मुझ जैसे आम लड़की को बिना किसी कास्ट क्राइटेरिया के चुना..काश सब तुम्हारी तरह ही सोच सकते तो यह दुनिया कहाँ से कहाँ होती ना! देखो तुम अब भी मेरे गालों की शोभा बढ़ा रहे हो और झाँक रहे हो मेरी फोन स्क्रीन पर और मंद-मंद मुस्कुराते हुए जाने की तैयारी कर रहे हो। ओ पिम्पल फिर आना!! तुम्हारी अनाम