Nojoto: Largest Storytelling Platform

अपनों को दूर होते देखा, सपनो को चूर होते देखा , ल

अपनों को दूर होते  देखा, सपनो को चूर होते देखा , लोग कहते है फिजूल के रोते नही, हमने तो फूलो को भी तन्हाई में रोते  देखा।। अपनों को दूर होते देखा..
अपनों को दूर होते  देखा, सपनो को चूर होते देखा , लोग कहते है फिजूल के रोते नही, हमने तो फूलो को भी तन्हाई में रोते  देखा।। अपनों को दूर होते देखा..