वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो रंग कहीं ना कहीं और जा के प्रतीक होते इन्हीं रंगों के बिना होली की सार्थकता सुनने दिखाई देती होली पर लाल हरे पीले पीले रंग से तन को रंग में से एक सुखद अनुभूति होती है किंतु प्रश्न यह उठता है कि क्या मात्र शरीर पर रंगों का लेप लगा लेने से ही होली का त्यौहार मनाना सार्थक हो जाएगा सच्चे अर्थ में रंगों से आश्य मन में उपस्थित विभिन्न भावों से है ©Ek villain #happyholi बन के रंग होली के रंग