तूझे दूर से सलाम ,तेरे नजदीक आने से डर लगता है चिरागो की लौ छू ना जाऊं ,पिघलने से डर लगता है तेरा वजूद महकती बारिश में भीगी सोधी जमी जैसा कैसे संभालूगा जसबात ए दिल ,फिसलने से डर लगता है जमी