पंजाब में तीन चौथाई बहुमत से सरकार चलने वाली कांग्रेसी इस समय दिशाहीन हो गई है विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद उम्मीद की जा रही कि पार्टी हाईकमान और वरिष्ठ नेता को सबक लेंगे लेकिन महंगाई के खिलाफ चंडीगढ़ में दिए गए धरने में जिस तरह से नेता आपस में ही भिड़ गए निषेध ने किया धरना केंद्र सरकार के खिलाफ था लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने ज्यादा समय अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की आलोचना और उसकी टीका में लगाया दांत होते हुए इस पार्टी के पूर्व मंत्री और मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए ©Ek villain #कांग्रेस की मुश्किलें #patience