"अधूरा वादा, है कुछ तुमसे। "आज पड़ा खत, लिखा खुन से।। "जलाई आग, ने उसे भी राख कर दिया नफरत सी है तेरे जुनून से। "कैसे कांटे, निकालू अपने पांव से सोना चाहता हूं सुकून से।। "अधूरा वादा, है कुछ तुमसे... ©Abhishek tripathi#chgr@c #chgr#@:c